मिसइन्फॉर्मेशन की महामारी: सौरभ शाह

(आज का संपादकीय: सोमवार, ४ मई २०२०)
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राहुल गांधी आज सुबंह के समय ट्विटर पर चहक उठे कि एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों से टिकट का भाडा वसूल रही है, वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में १५२ करोड रुपए का चंदा दे रहा है. जरा ये गुत्थी सुलझाइए!

इसी समय आदरणीय सुब्रमण्यम स्वामी ने भी ट्वीट करके शिकायत की है कि आधा पेट जी रहे परप्रांतीय मजदूरां से टिकट की ऊंची दर वसूलना बेवकूफी भरा कदम उठानेवाली भारत सरकार विदेश में फंसे भारतीयों को एयर इंडिया में बिना पैसे स्वदेश लेकर आई. भारतीय रेलवे यदि इन मजदूरों का खर्च नहीं उठाना चाहती है तो पीएम केयर फंड से टिकट के पैसे दिए जाने चाहिए.

सोनिया मैया ने दिल खोलकर घोषित कर दिया कि: `कांग्रेस वहन करेगी मजदूरों के घर लौटने का टिकट खर्च’.(`अमर उजाला’)

प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो डॉट एनआईसी डॉट इन भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट है जिस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश की प्रति भारत का कोई भी नागरिक पढ सकता है. आदेश में स्पष्ट लिखा है:“नो टिकट्स बींग सोल्ड ऐट एनी स्टेशन’.

जो मजदूर, विद्यार्थी, पर्यटक, श्रद्धालु इत्यादि लॉकडाउन के कारण अपने घर के अलावा कहीं अन्यत्र रुके हुए हैं उन्हें घर लौटा लाने के लिए भारतीय रेलवे व्यवस्था कर रही है. राज्य सरकारों को रेलवे से निवेदन करना है कि हमें इतनी ट्रेनों की जरूरत है. रेलवे राज्य सरकारों को किराए में ८५ प्रतिशत राहत देकर ट्रेन अलॉट करेगी और १५ प्रतिशत राज्य सरकार को स्वयं वहन करना होगा. इस स्पेशल ट्रेन में यात्रा करनेवाले यात्रियों को अपनी जेब से एक पैसा भी खर्च नहीं करना है.

इसके बावजूद ये गलत जानकारी फैलाई गई. क्यों भला? भारत सरकार को बदनाम करने के लिए. क्यों? पीएम केयर फंड को बदनाम करने के लिए. क्यों? कांग्रेस का फायदा हो इसीलिए. कैसे? कांग्रेस ने तो घोषणा कर दी कि हर मजदूर के टिकट का खर्च हम उठाएंगे. मजदूरों-विद्यार्थियों तक बात पहुंचा दी गई मीडिया के जरिए. अब जब भी वे स्टेशन पर पहुंचेंगे और उन्हें पता चलेगा कि उनके टिकट के पैसे बच गए हैं तो वे आभार किसका मानेंगे? कांग्रेस का. टिकट का खर्च वहन करने की घोषणा सोनिया मैया ने ही तो की थी. वे भारत सरकार का आदेश तो पढने गए नहीं.

स्टेशन पहुंच कर उन्हें जब पता चलेगा कि उनके लिए मुफ्त यात्रा की व्यवस्था रेलवे और राज्य सरकार ने की है उससे पहले ही उन तक कांग्रेस की असत्य जानकारी को पहुंचाया जा चुका है. किसके द्वारा? मेन स्ट्रीम सेकुलर (एमएसएम) द्वारा.

इन यात्रियों को ये लगेगा कि कांग्रेसी नेताओं द्वारा सरकार पर दबाव डालने के कारण हमारे पैसे बचे.

इसीलिए सावधान रहें. मेन स्ट्रीम मीडिया का उपयोग इस महामारी में बडे पैमाने पर मिसइन्फॉर्मेशन फैलाने के लिए हो रहा है. जानकारी एक बडा शस्त्र है. गलत जानकारी उससे भी बडा शस्त्र है. गलत जानकारी आप तक ऐसे लुभावने पैकेजिंग में पहुंचाई जाती है कि आपको वह जानकारी के सादगी भरे खोखे की तुलना में भी अधिक आकर्षक लगेगी. गलत जानकारी के लुभावने पैकेज से सुब्रमण्यम स्वामी जैसे जेनुइन देशप्रेमी भी भ्रमित हो जाते हैं तो हमारी क्या बिसात है? इसीलिए सावधान रहें. मोदी सरकार की या हिंदुवादियों की आलोचना करने के लिए उकसानेवाले गिफ्ट पैकेट को खोलने से पहले सावधान. सरकार की लेफ्ट राइट लेने के लालच में डालने वाले चतुराई दिखाई वाले फॉरवर्डकर्ताओं से भी सावधान.

।।हरि ॐ।।

4 COMMENTS

  1. कांग्रेस और जिसने भी ये दुस्प्रचार किया है उन पर कार्यवाही की जाये

  2. जो गलत प्रचार कर रहे है उनपर उचित दण्डात्मक कार्यवाही करना चाहिए
    जनता को भड़काने वाले बयान कैसे दे सके ते है।
    जनता माफ् नही करेगी इनको।

  3. When Sonia is ready to give and already taken credit, take the money from her. Let’s see how much she is actually willing to pay.
    And then utilize this money for PM Relief fund.
    She will actually not pay even a single Rupee.

  4. अब तक भुखे लोगों के लीए चुप बैठी मेडम टीकीट का खर्चे देने वाली है। वाह ये कोंग्रेस तेरा खेल। कमलनाथ जी अब तक संता संभल पाए। कल की बात कर रहे हो।

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