रोजी: नागकन्या, नाचनेवाली या सदी की सबसे महान नृत्यांगना

गुड मॉर्निंग- सौरभ शाह

(मुंबई समाचार, बुधवार – २६ सितंबर २०१८)

यह संयोग ही है कि यह श्रंखला चल रही है और आज देवसाहब का जन्मदिन है.

उस खूबसूरत बला का नाम रोजी था. राजू को पता नहीं था कि रोजी उसके जीवन में उथलपुथल मचानेवाली है.

रोजी मनमौजी थी और चंचला भी. एक रोजी में दो रोजियां थीं. रोजी ने जब पूछा कि इस गांव में कोई संपेरा है जिसके पास किंग क्रोबरा हो तब राजू ने उससे प्रति प्रश्न किया था:

`क्यों?’

`बस मुझे देखना है, इसीलिए.’ रोजी का जवाब था.

उसके पति ने कहा,`हमें दूसरे कई काम हैं, रोजी. ये काम बाद में भी हो सकता है.’

`किसने कहा कि मुझे अभी के अभी जाना ही है, मैं तो बस पूछ रही हूं.’

`तुम्हें जाना हो तो तुम खुद ही हो आना, मैं साथ नहीं आनेवाला. सांप का मुंह मुझे तनिक भी अच्छा नहीं लगता. तुम्हारा टेस्ट कितना घटिया है.

राजू को वह आदमी अच्छा नहीं लगा, सौंदर्य के आगार जैसी स्त्री के साथ कितने हल्के से बर्ताव कर रहा था वह. राजू के मन में उस स्त्री के प्रति बडी सहानुभूति पैदा हुई- कितनी प्यारी लग रही थी, चकाचौंध सुंदरता से युक्त.

रोजी का आना राजू के लिए एकदम नया था. रोजी का पति मालगुडी पहले ही आ चुका था. राजू ने उसे आनंद भवन होटल में ठहराया. एक पूरा दिन राजू ने उसे साइट सीइंग कराया. फिर एक दिन दोपहर में उसने राजू से पूछा,`मुझे मद्रास से आनेवाली ट्रेन से किसी को रिसीव करने जाना है.

उसने राजू से पूछा भी नहीं कि ट्रेन कितने बजे आती है. उसे पहले से ही सब पता था. बडा ही विचित्र आदमी था वह. खुद क्या करता है, क्या करना चाहता है इस बात का खुलासा कभी नहीं करता था. उसने अगर राजू को पहले ही बता दिया होता कि ऐसी किसी सौंदर्य की मलिका को लाने उसे स्टेशन जाना है तो राजू शायद बनठन कर स्टेशन पहुंचता. आमतौर पर राजू खाकी शर्ट और सफेद धोती पहना करता था. अस्तव्यस्त सा नजर आता था, लेकिन उसके काम के लिए ऐसे कपडे चल जाते थे. वह ट्रेन से उतरी और राजू को लगा कि कहीं छिप जाऊं जाकर. वह ग्लैमरस नहीं थी लेकिन उसका फिगर गजब का था- पतली और योग्य जगहें भरावदार थीं. वेशभूषा और केश सज्जा आधुनिक थी. पनियाई आंखें चकमती रहतीं. वो कोई ज्यादा गोरी नहीं थी, डस्की थी. ऐसी कि कवि बन जाने का मन कर जाय.

रोजी ने जब संपेरे के बारे में राजू से पूछा था तब राजू ने मन ही मन तय कर लिया था कि वह रोजी की इच्छा पूरी करने के लिए कुछ न कुछ जरूर करेगा. राजू गफूर से मिला. गफूर राजू को मालगुडी की एलमैन स्ट्रीट में रहनेवाले किसी आदमी के पास ले गया जिसका कजिन मालगुडी की म्युनिसिपल ऑफिस में काम करता था. वह किंग कोबरा वाले संपेरे को जानता था. रोजी के पति को गुफा की सैर करने में व्यवस्त करके राजू रोजी को लेकर संपेरे की बस्ती में गया. एक झोपडे के बाहर रोजी पेड के नीचे जाकर खडी हो गई. संपेरे ने टोकरी से सांप निकाला. किंग कोब्रा. साक्षात्‌ नागदेवता. बिलकुल मोटातगड और फन से फुफकारता हुआ. रोजी ने संपरे से कहा,`तुम बीन बजाकर नाग को नचा कर दिखाओ.’

संपेरे ने बीन का सुर छेडा. धीरे धीरे चाल बढती गई और नाग बीन की धुन पर डोलने लगा. राजू को यह सब देखकर मजा नहीं आ रहा था, लेकिन रोजी रोमांचित हो गई थी. रोजी अपने दोनों हाथ जोडकर कंधे से ऊपर करके माथे पर ले गई और ऐसी मुद्रा में जाकर ठहर गई मानो वह खुद भी नाचनेवाली हो. लेकिन इतनी ही देर में राजू को आभास हो गया कि यह लडकी सदी की सबसे महान नृत्यांगना है.

राजू इस विवाहिता पर मुग्ध हो चुका था.

रात में घर आने पर मां ने पूछा कि इतनी देर क्यो हुई? राजू ने मां को संपेरे वाली बात बताई. मां बोली,`वह लडकी ब्रह्मदेश की होगी. वहां के लोग नागदेवता को पूजते हैं. मेरा एक दूर का भाई ब्रह्मदेश में रहता था. उसने एक बार वहां की किसी नागकन्या के बारे में मुझे बताया था.

`पागल जैसी बात न कर, मां. वह अच्छी लडकी है. नागकन्या नहीं है. मुझे लगता है कि उसे डांसर होना चाहिए.’

`अच्छा नाचनेवाली! हो सकता है, लेकिन ऐसी नाचनेवालियों के साथ बहुत लप्पन छप्पन करने की जरूरत नहीं है. इन लोगों का कोई भरोसा है भला!’

राजू कुछ न बोला. चुपचाप खाता रहा. उसके मन में लडकी का सुंदर वातावरण छा चुका था.

दूसरे राजू ने मैली खाकी शर्ट छोडकर लेसवाली धोती पर सिल्क का कुर्ता चढा लिया. मां ने प्यार से कहा,`मेरा बेटा दूल्हा लग रहा है दूल्हा.’ गफूर उसे देखकर मुस्कुराया और आंख मारी. राजू रोजी और उसके पति की सेवा में हाजिर होने के लिए आनंद भवन होटल के कमरा नंबर २८ पर पहुंच गया.

आज का विचार

`हमारी बहू सुशील है.’

अभी तक ये शब्द `सुशील’ विशेषण के रूप में उपयोग में लाया जाता था लेकन अब शायद नाम के रूप में भी इस्तेमाल होगा.

एक मिनट!

पका: यार, ये कॉलेजवाले एडमिशन देने से पहले एल.जी.बी.टी. का सर्टिफिकेट मांग रहे हैं.

बका: अबे एलजीबीटी नहीं एलिजिबिलिटी का सर्टिफिकेट होगा.

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here